Saturday, 20 June 2015
बद्रीनाथ यात्रा एक अद्भुत एहसास
Thursday, 18 June 2015
नंदा देवी एक्सपीडिशन
यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में अगले चौबीस दिनों तक वैज्ञानिको व अधिकारियों द्वारा विभिन्न पादपो व जानवरों की स्थिति के बारे में जानकारियां जुटाई जाएँगी. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार व वन विकास निगम उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में शुरू हुए नन्दा देवी डिकेडल एक्सपीडिशन 2015 के दल कों उत्तराखंड के वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने हरी झंडी दिखा कर जोशीमठ से रवाना किया.दल का मकसद अगले चौबीस दिनों तक नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क में जैव विविधताओं का अध्ययन कर पार्क की वर्तमान स्थिति को जानना है.
ज्ञात हो कि नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क में 1982 में चार हजार से भी अधिक पर्यटक व ट्रेकर्स पहुंचे थे, बढती पर्यटन गतिविधियों व मानव दखल के कारण नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क में प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा था जिस कारण सरकार द्वारा 1983 में पार्क में सभी गतिविधियाँ बंद करवा दी गई थी. इसके बाद 1993 से हर दस साल में नन्दा देवी डिकेडल एक्सपीडिशन शुरू किया गया जिसके द्वारा नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क की स्थिति में हुए सुधारो का अध्ययन किया जाने लगा.मानव गतिविधियाँ कम होने से नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क की स्थिति में अनुकूल प्रभाव पड़ा व पार्क में न सिर्फ जैव विविधता बल्कि जंतुओं की स्थिति भी ठीक हुई.वर्ष 2013 में होने वाले नन्दा देवी डिकेडल एक्सपीडिशन को आपदा के कारण स्थगित करना पड़ा व इस वर्ष यह एक्सपीडिशन आयोजित किया गया है.
इस वर्ष नन्दा देवी डिकेडल एक्सपीडिशन के लिए गए दल में विभिन्न संस्थानों के 38 वैज्ञानिक व अधिकारी शामिल हैं. उत्तराखंड के वन मंत्री दिनेश अग्रवाल का कहना है कि इस साल के एक्सपीडिशन से नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क में कई सुधार दिखने की प्रबल संभावनाएं है और अगर सुधार अपेक्षित रहे तो यह क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं को एक नयी गति देगा.
कमल नयन ।
नीता अम्बानी भगवान् बद्रीविशाल की मुरीद ।
अब नीता अम्बानी भी हुई बद्रीविशाल की मुरीद
नीता अम्बानी भी हुई भगवान् बद्रीविशाल की मुरीद 2016 में बद्रीनाथ और केदारनाथ में भगवान् के लिए भोग केसर और चन्दन जितना भी दोनों धामों में लगता है सब नीता अम्बानी जी की तरफ से अभी आई पि के के फ़ाइनल से पहले नीता अम्बानी भगवान् बद्रीविशाल के दर पहुची थी और उन्होंने यहाँ आई पि एल फ़ाइनल के लिए भगवान् से दुआ मांगी थी नीता अम्बानी ने कहा था की अगर फ़ाइनल उनकी टीम का आया तो वो भगवान् बद्रीनाथ मंदिर समिति को दो बोलेरो गाड़ी देंगी और भगवान् बद्री विशाल ने उनकी तुरंत सुल ली और आई पि एल ट्रोफी उनकी गोद में डाल दी तो नीता अम्बानी जी ने भी देर नहीं की और बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति को तुरंत एक सप्ताह के अन्दर ही दो बोलेरो गाड़ी मुंबई से बद्रीनाथ बिझ्वाई और साथ में यह भी कहा गया है मंदिर समित को की बहुत जल्द नीता अम्बानी सचिन सही पूरी मुंबई इंडियन की टीम सहित बद्रीनाथ ट्रोफी लेकर पहुचेंगी जिसका की अब मंदिर समिति और बद्रीनाथ के लोग भी बेसब्री से इन्तजार कर रहे हैं उन्होंने 2016 में बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर में लगने वाला भोग, चन्दन, केसर और इन मंदिरों में होने वाली पूजा पूरी नीता अम्बानी जी की तरफ से रहेगी इस सब में 1 करोड़ रूपये का खर्चा बद्रीनाथ और केदारनाथ में होता है जिसका खर्च आने वाले 2016 में नीता अम्बानी जी देंगी ऐसा बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सी इ ओ बी डी सिंह जी ने बताया और कभी भी नीता अम्बानी, सचिन तेंदुलकर, मुंबई इंडियन ट्रोफी के साथ बद्रीनाथ पहुच सकते हैं हालाँकि अनिल अम्बानी यहाँ साल में दो से चार बार बद्रीनाथ के दर्शन करने हर साल आते है तो नीता अम्बानी अभी दूसरी बार बद्रीनाथ आई थी इससे पहले दो साल पहले अपनी सास कोकिला बेन के साथ भी बद्रीनाथ आई थी और अब इनका भी भगवान् बद्रीविशाल और विस्वास बढ़ गया है और अब जल्द ही वो बद्रीनाथ आएँगी
कामल नयन